17 December 2023 Current Affairs in Hindi

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BY GK QUIZ QUESTIONS

चलिए, आज हम 17 December 2023 Current Affairs in Hindi को देखते हैं, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

17 December 2023 Current Affairs in Hindi

Table of Contents

1. भारतीय संसद ने सममाका सरक्क केंद्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय को मंजूरी दी

भारतीय संसद ने 17 दिसंबर, 2023 को तेलंगाना के महबूबाबाद जिले में सममाका सरक्क केंद्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दी। यह विश्वविद्यालय आदिवासी छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया जाएगा।

विश्वविद्यालय का नाम सममाका सरक्क और उनकी बहन सल्लू बाई के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 17वीं शताब्दी में मुगल सेना के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था। विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर और अनुसंधान कार्यक्रम प्रदान किए जाएंगे।

विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए ₹1,000 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 2024-25 में भूमि अधिग्रहण और अन्य प्रारंभिक कार्य शुरू किए जाएंगे। विश्वविद्यालय 2025-26 में अपने पहले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत करेगा।

विश्वविद्यालय की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • यह तेलंगाना का पहला केंद्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय होगा।
  • यह विश्वविद्यालय आदिवासी छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा देगा।
  • विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर और अनुसंधान कार्यक्रम प्रदान किए जाएंगे।
  • विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए ₹1,000 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है।

विश्वविद्यालय की स्थापना से आदिवासी छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी। यह विश्वविद्यालय आदिवासी समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

2. चीन का वैज्ञानिक चमत्कार: दुनिया की सबसे गहरी प्रयोगशाला DURF के बारे में प्रमुख बिंदु

दुनिया के सामने चीन ने एक वैज्ञानिक चमत्कार प्रस्तुत किया है – डी.यू.आर.एफ. (Deep Underground and Ultra-low Radiation Background Facility for Frontier Physics Experiments), यानी सीमांत भौतिकी प्रयोगों के लिए अति-गहरी और अति-कम विकिरण पृष्ठभूमि सुविधा।

यहाँ इस विश्व-स्तरीय प्रयोगशाला के बारे में कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:

  • असाधारण गहराई: यह प्रयोगशाला पृथ्वी की सतह से 2,400 मीटर नीचे स्थित है, जो इसे दुनिया की सबसे गहरी अनुसंधान प्रयोगशाला बनाती है। इतनी गहराई सुनिश्चित करती है कि ब्रह्मांडीय किरणों और पर्यावरणीय विकिरण का न्यूनतम प्रभाव पड़े, जिससे सटीक मापन और खोज सक्षम हों।
  • कम विकिरण वातावरण: DURF में अत्यंत कम विकिरण पृष्ठभूमि है, जो कहीं और प्राप्त करना लगभग असंभव है। यह कम विकिरण वातावरण अंधेरे पदार्थ, न्यूट्रिनो और अन्य दुर्लभ घटनाओं के अध्ययन के लिए आदर्श स्थिति प्रदान करता है।
  • अत्याधुनिक तकनीक: DURF अत्याधुनिक तकनीक से लैस है, जिसमें अत्यधिक संवेदनशील डिटेक्टर और अत्याधुनिक डेटा-प्रेसंस्करण सिस्टम शामिल हैं। ये तकनीकें प्रयोगशाला को सबसे दुर्लभ और सूक्ष्म घटनाओं का पता लगाने में सक्षम बनाती हैं।
  • अनुसंधान के विभिन्न क्षेत्र: DURF में कण भौतिकी, न्यूक्लियर खगोल भौतिकी और जीवन विज्ञान सहित विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों में अनुसंधान होगा। इन क्षेत्रों में किए गए खोज भौतिकी के हमारे ज्ञान में क्रांति ला सकते हैं और नई तकनीकों के विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
  • वैज्ञानिक प्रगति का वादा: DURF वैज्ञानिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने की उम्मीद है। यह हमें ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने, नई सामग्री और दवाओं की खोज करने और हमारे भविष्य के लिए सतत ऊर्जा स्रोत खोजने में सहायता कर सकता है।

DURF न केवल एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला है, बल्कि वैज्ञानिक खोज में एक नया अध्याय खोलने की क्षमता भी रखता है। विश्वभर के वैज्ञानिक इस असाधारण सुविधा का लाभ उठाएंगे और आने वाले वर्षों में groundbreaking खोजों की उम्मीद है।


3. तेलंगाना क्रांति विकास की: राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन की रणनीतिक योजना से प्रमुख बिंदु

तेलंगाना के राज्यपाल, तमिलिसाई सुंदरराजन ने राज्य के विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी रणनीतिक योजना का अनावरण किया है, जिसका उद्देश्य समावेशी और टिकाऊ विकास लाना है। आइए, इस योजना के कुछ प्रमुख बिंदुओं पर नज़र डालें:

विकास का विकेंद्रीकरण: योजना का सबसे महत्वपूर्ण पहलू विकास का विकेंद्रीकरण है। इसका अर्थ है, विकास के प्रयासों को पूरे राज्य में समान रूप से वितरित करना, न कि केवल हैदराबाद पर निर्भर होना। तमिलिसाई ने योजना को तीन ज़ोन में विभाजित करने का प्रस्ताव दिया है:

  • आंतरिक रिंग रोड के भीतर का ज़ोन: इसमें राज्य की राजधानी, हैदराबाद शामिल है, जो एक प्रशासनिक केंद्र और महत्वपूर्ण राजस्व स्रोत के रूप में काम करेगा।
  • आंतरिक रिंग रोड से प्रस्तावित क्षेत्रीय रिंग रोड तक का ज़ोन: इस ज़ोन में विकास को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास और उद्योग स्थापना पर ध्यान दिया जाएगा।
  • क्षेत्रीय रिंग रोड से परे का ज़ोन: इस ज़ोन में ग्रामीण विकास, कृषि और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।

कौशल विकास और रोजगार सृजन: योजना का एक अन्य महत्वपूर्ण लक्ष्य राज्य के युवाओं के लिए कौशल विकास और रोजगार सृजन करना है। इसके लिए, विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा, और स्टार्टअप्स को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

पर्यावरण संरक्षण: योजना टिकाऊ विकास पर भी ध्यान केंद्रित करती है। इसका मतलब है, पर्यावरण संरक्षण, नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देना और जल संसाधनों का कुशल प्रबंधन।

सामाजिक कल्याण: योजना ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने पर भी जोर देती है।

प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएं: योजना में कई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को शामिल किया गया है, जैसे कि मेट्रो रेल का विस्तार, हवाई अड्डों का उन्नयन और सड़क नेटवर्क का विकास।

इस रणनीतिक योजना की सफलता तेलंगाना के विकास की गति और दिशा को बदलने की क्षमता रखती है। यह योजना समान अवसर, समृद्धि और टिकाऊ विकास का वादा करती है। आने वाले वर्षों में इस योजना के क्रियान्वयन पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

4. डीआरडीओ ने छुआ महत्वपूर्ण पड़ाव: भारत के हाई-स्पीड फ्लाइंग-विंग यूएवी के सफल उड़ान परीक्षण के प्रमुख बिंदु

भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने उच्च गति वाले फ्लाइंग-विंग मानवर रहित हवाई वाहन (यूएवी) के सफल उड़ान परीक्षण के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। आइए, इस अभिनव उपलब्धि के कुछ प्रमुख बिंदुओं पर नजर डालें:

उन्नत तकनीक का प्रदर्शन: यह फ्लाइंग-विंग डिजाइन उच्च गति, बेहतर गतिशीलता और लंबी दूरी की उड़ान क्षमता प्रदान करता है। यह अत्याधुनिक स्टेल्थ तकनीक से लैस है, जो इसे रडार पर पता लगाना मुश्किल बनाता है, जिससे गुप्त मिशनों के लिए इसकी उपयुक्तता बढ़ जाती है।

स्वायत्त लैंडिंग क्षमता: इस यूएवी का एक अनूठा गुण इसकी स्वायत्त लैंडिंग क्षमता है। इसका मतलब है कि यह बिना पायलट या जमीन पर किसी आधारभूत संरचना की आवश्यकता के ही स्वचालित रूप से लैंड कर सकता है। यह युद्धपोतों पर या दुर्गम इलाकों में तैनाती के लिए इसे आकर्षक विकल्प बनाता है।

विभिन्न अनुप्रयोगों की संभावना: इस उच्च गति वाले यूएवी का उपयोग सीमा सुरक्षा, टोही मिशन, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और संचार रिले के लिए किया जा सकता है। इसकी लंबी दूरी की उड़ान क्षमता इसे गहरे समुद्र की निगरानी या दूरदराज के इलाकों तक पहुंचने के लिए भी उपयुक्त बनाती है।

देशी तकनीक पर जोर: यह उपलब्धि भारत की स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकी विकास क्षमताओं का उज्ज्वल उदाहरण है। इस यूएवी को पूरी तरह से डीआरडीओ द्वारा विकसित किया गया है, जो आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति देगा।

भविष्य के लिए कदम: यह सफल उड़ान परीक्षण भविष्य में भारतीय सशस्त्र बलों के लिए और अधिक उन्नत हथियारों के विकास का मार्ग प्रशस्त करता है। डीआरडीओ को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में इस तकनीक का और परीक्षण किया जाएगा और इसे अंततः सशस्त्र बलों में शामिल किया जाएगा।

निष्कर्ष: भारत का यह सफल उड़ान परीक्षण हवाई युद्ध के क्षेत्र में एक कदम आगे है। यह उपलब्धि इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारत अपने रक्षा क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है और जल्द ही विश्व की अग्रणी सैन्य शक्तियों में से एक बनने की राह पर है।

5. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ने भारतीय सेना से 4,522 करोड़ रुपये का ऑर्डर हासिल किया

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने भारतीय सेना से महत्वपूर्ण गोला बारूद ऑर्डर हासिल किया है। 15 दिसंबर, 2023 को हुए इस समझौते में 4,522 करोड़ रुपये का मूल्य शामिल है, जिससे यह बेल के लिए एक बड़ी व्यापारिक सफलता साबित हुई है।

ऑर्डर के प्रमुख बिंदु:

  • मूल्य: कुल ऑर्डर मूल्य 4,522 करोड़ रुपये है।
  • आइटम: ऑर्डर में विभिन्न कैलिबरों के फ्यूज शामिल हैं। फ्यूज गोला बारूद का एक आवश्यक घटक है जो विस्फोटक को लक्ष्य पर विस्फोट करने का संकेत देता है।
  • महत्व: यह ऑर्डर भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
  • आत्मनिर्भरता: यह उपलब्धि भारत के स्वदेशी रक्षा निर्माण को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों का समर्थन करती है।

ऑर्डर के लाभ:

  • निवेश और रोजगार: यह ऑर्डर भारत में रक्षा क्षेत्र में निवेश बढ़ाएगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
  • रक्षा क्षमता में वृद्धि: विभिन्न कैलिबरों के फ्यूज का यह बड़ा ऑर्डर भारतीय सेना को अपनी गोला बारूद क्षमता बढ़ाने में सक्षम बनाएगा।
  • आत्मनिर्भरता को बढ़ावा: यह सौदा भारत की विदेशी रक्षा निर्भरता को कम करने में मदद करेगा और आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति देगा।
  • BEL के लिए व्यापारिक सफलता: यह ऑर्डर BEL के लिए एक बड़ी व्यापारिक सफलता है और कंपनी के भविष्य के विकास को मजबूत करेगा।

निष्कर्ष:

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा किया गया 4,522 करोड़ रुपये का ऑर्डर भारत की रक्षा क्षमताओं और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उपलब्धि कंपनी के लिए भी एक व्यापारिक सफलता साबित हुई है और भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत देती है।

6. बीसीसीआई का बोल्ड कदम: 2024 में संभावित T10 लीग लॉन्च के प्रमुख बिंदु

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) एक साहसिक कदम उठा रहा है, जिसके अनुसार वह 2024 में एक नया T10 क्रिकेट लीग लॉन्च करने पर विचार कर रहा है। आइए, इस संभावित लीग के कुछ प्रमुख बिंदुओं पर नजर डालें:

छोटा प्रारूप, बड़ा उत्साह: T10 लीग, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, एक बेहद छोटे प्रारूप की प्रतियोगिता होगी, जिसमें प्रत्येक पारी केवल 10 ओवर की होगी। यह रफ्तार और रोमांच का एक तूफान लाने का वादा करता है, खासकर टी20 विश्व कप के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर में एक छोटे से अंतराल के दौरान।

अंतरराष्ट्रीय सितारों का मंच: लीग में दुनिया भर के जाने-माने क्रिकेटरों को शामिल करने की उम्मीद है, जो इसे वैश्विक दर्शकों को आकर्षित करेगा। भारत के प्रमुख खिलाड़ियों के अलावा, विश्व के अन्य क्रिकेट दिग्गजों की भागीदारी संभावित है।

फ्रेंचाइजी मॉडल का आकर्षण: लीग का संचालन फ्रेंचाइजी मॉडल पर होने की उम्मीद है, जैसा कि आईपीएल और अन्य सफल टी20 लीगों में होता है। इससे भारत में खेल में निवेश बढ़ने की उम्मीद है और संभावित रूप से युवा खिलाड़ियों के लिए नए अवसर पैदा होंगे।

प्रसारण और वित्तीय संभावनाएं: एक लोकप्रिय प्रारूप और शीर्ष अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के संभावित जुड़ाव के साथ, T10 लीग मीडिया कवरेज और व्यावसायिक सफलता की बड़ी क्षमता रखती है। यह बीसीसीआई के राजस्व को बढ़ा सकता है और खेल इको-सिस्टम में निवेश की संभावना को बढ़ा सकता है।

संभावित चुनौतियां: किसी भी नए उद्यम की तरह, T10 लीग को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसमें अन्य प्रमुख क्रिकेट लीगों के साथ ओवरलैपिंग शेड्यूल, खिलाड़ियों की कार्यभार प्रबंधन और दर्शकों का रुझान शामिल हो सकते हैं।

निष्कर्ष:

बीसीसीआई का संभावित T10 लीग लॉन्च एक साहसिक कदम है। यह नई लीग दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को मनोरंजन, रोमांच और छोटे प्रारूप की क्रिकेट की तीव्रता का एक अनूठा मिश्रण दे सकती है। हालांकि, कुछ चुनौतियां मौजूद हैं और लीग की सफलता इस पर निर्भर करेगी कि इन पर कैसे काबू पाया जाता है। कुल मिलाकर, T10 लीग क्रिकेट जगत में एक रोमांचक नया अध्याय खोलने की क्षमता रखती है।

7. मिस इंडिया यूएसए 2023 की विजय: मुख्य आकर्षण और प्रमुख विजेताओं का खुलासा

न्यू जर्सी में एक चकाचौंध भरे समारोह में, मिस इंडिया यूएसए 2023 का ताज हाल ही में अमेरिकी-भारतीय समुदाय को रोशन करने के लिए प्रदान किया गया। आइए देखें इस चमकदार आयोजन के हाइलाइट्स और प्रमुख विजेताओं पर:

प्रतिभा और सौंदर्य का संगम: 57 प्रतिभागियों ने तीन श्रेणियों – मिस इंडिया यूएसए, मिसेज इंडिया यूएसए और मिस टीन इंडिया यूएसए में प्रतिस्पर्धा की। प्रतियोगियों ने बुद्धिमत्ता, प्रतिभा, सांस्कृतिक जागरूकता और सामुदायिक सेवा के गुणों का प्रदर्शन किया।

विजेताओं का जयकार:

  • मिस इंडिया यूएसए 2023: मिशिगन की एक मेडिकल छात्रा रिजुल मैनी ने प्रतिष्ठित खिताब जीता। उनकी बुद्धि, आत्मविश्वास और दयालु स्वभाव ने जजों को प्रभावित किया।
  • मिसेज इंडिया यूएसए 2023: मैसाचुसेट्स की स्नेहा नंबियार ने विवाहित भारतीय-अमेरिकी महिलाओं की सांस्कृतिक विविधता और उपलब्धियों का प्रतिनिधित्व करते हुए यह सम्मान प्राप्त किया।
  • मिस टीन इंडिया यूएसए 2023: पेंसिल्वेनिया की सलोनी राममोहन ने मिस टीन इंडिया यूएसए का ताज पहना है। वह युवा पीढ़ी की उम्मीद और प्रतिभा का प्रतीक हैं।

अन्य महत्वपूर्ण पुरस्कार:

  • फर्स्ट रनर-अप: वर्जीनिया की ग्रीष्मा भट
  • सेकंड रनर-अप: उत्तरी कैरोलिना की इशिता पाई रायकर

मुख्य आकर्षण:

  • शानदार मंच प्रस्तुतियां जिसमें पारंपरिक भारतीय नृत्य और आधुनिक परिधान शामिल थे।
  • प्रतिभाशाली गायकों और नर्तकों द्वारा मनोरंजक कार्यक्रम।
  • प्रसिद्ध हस्तियों की उपस्थिति ने इस आयोजन का ग्लैमर बढ़ाया।

महत्व: मिस इंडिया यूएसए अमेरिकी-भारतीय समुदाय का एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन है जो प्रतिभा, सुंदरता और सामुदायिक भावना का जश्न मनाता है। विजेता न केवल आकर्षक राजदूत हैं, बल्कि रोल मॉडल भी हैं जो युवा पीढ़ी को प्रेरित करते हैं।

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